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रविवार, 29 जुलाई 2012

रात भर...


करके वादा कोई सो गया चैन से 
करवटें बदलते रहे हम रात भर !!१!!
हसरतें दिल में घुट-घुट के मरती रही 
और जनाज़े निकलते रहे रात भर !!२!!
रात भर चांदनी से लिपटे रहे वो 
हम अपने हाथ मलते रहे रात भर !!३!!
आबरू क्या बचाते वह गुलशन कि 
खुद कलियाँ मसलते रहे रात भर !!४!!
हमको पीने को एक कतरा भी न मिला 
और दौर पर दौर चलते रहे रात भर !!५!!
रौशनी हमें दे ना पाए यह चिराग अब 
यूँ तो कहने को वो जलते रहे रात भर !!६!!
छत में लेट टटोले हमने आसमान 
अश्क इन आँखों से ढलते रहे रात भर !!७!!
.........नीलकमल वैष्णव "अनिश".........

मंगलवार, 12 जून 2012

यकीन बना कर लोग ज़िन्दगी मे आते है ,
ख्वाब बनकर आँखों मे बस जाते है /
पहले तो कहते है की वो हमारे लिए है
फिर ना जाने क्यों तनहा छोड़ जाते है
कन्हैया शर्मा
चेन्नई [सादुलपुर]
08144218770
आज का इंसान  कितना स्वार्थी  हो गया  है  इस का  अंदाज इस बात से लगाया जा सकता है की  शराब  के लिए इंसान कहीं से भी पैसो का इंतजाम  कर लेता है  लेकिन जब अपने बच्चो के लिए खाने की बात आती है  तो  ये बहाना  बना लेता है की  आज कुछ भी  काम नहीं  हुआ /  शराब  की दूकान मे जाकर  २  रुपये  के सामान के ५ रुपये  दे देगा  लेकिन जब  बच्चो को  १  टोफ्फी  दिलानी हो तो  पैसे नहीं  है कहकर पल्ला झाड लेता है.  अपनी  लत  को पूरा करने के लिए बीवी  से भी झगडा  करने से नहीं चूकता/  अब  ऐसे इंसान को क्या कहा जाये  आप लोग  ही  बताये.  कन्हैया शर्मा  चेन्नई [सादुलपुर] 08144218770

रविवार, 10 जून 2012

भगवान के नाम पर लोग कितना कुछ नहीं करते लेकिन जब किसी जरुरत मंद की मदद करने की बारी आती है तो सब अपने कदम ऐसे पीछे कर लेते है अटलब जैसे उनके कदमो के नीचे किसी ने आग डाल दी हो /लेकिन वो ये नहीं जानते की वो चाहे मंदिरों जागरणों के नाम पे अपना सब कुछ भी लुटा देंगे तो भी भगवान उनसे खुश नहीं होंगे क्योंकि भगवान तो भावो के भूखे होते है उन्हें दौलत से क्या मतलब इसलिए हे इंसान जितना तुम मंदिरों मे अपने नाम के लिए दान करते हो उसमे से थोडा सा भी किसी जरुरत मंद की मदद मे खर्च करोगे तो तुम्हे हर जगह भगवान ही दिखाई देंगे. यदि हर दौलतमंद इंसान अपनी कमाई का कुछ हिस्सा बेसहारा लोगो की मदद मे लगाये तो कोई भी गरीब भूखा नहीं रहेगा और किसी भी गरीब की मदद करने से जो आनद मिलता है वो भगवान की कृपा से कम नहीं होता है. कन्हैया शर्मा चेन्नई [सादुलपुर]8144218770

भगवान के नाम  पर  लोग  कितना कुछ  नहीं करते  लेकिन जब किसी जरुरत मंद  की मदद  करने की बारी  आती  है  तो सब  अपने कदम  ऐसे पीछे  कर लेते  है  अटलब जैसे उनके  कदमो  के नीचे किसी ने  आग डाल दी हो /लेकिन वो ये नहीं जानते  की  वो चाहे  मंदिरों  जागरणों के नाम पे अपना सब कुछ भी लुटा देंगे तो भी भगवान उनसे खुश नहीं होंगे  क्योंकि  भगवान  तो भावो  के भूखे  होते है  उन्हें  दौलत  से  क्या मतलब  इसलिए  हे  इंसान  जितना तुम मंदिरों मे  अपने नाम के लिए दान  करते हो  उसमे से थोडा सा भी किसी जरुरत मंद की मदद मे खर्च  करोगे तो  तुम्हे हर जगह भगवान  ही दिखाई देंगे. यदि हर दौलतमंद  इंसान  अपनी कमाई  का कुछ हिस्सा  बेसहारा  लोगो  की मदद मे लगाये  तो  कोई भी  गरीब  भूखा  नहीं रहेगा  और  किसी भी गरीब की मदद करने से जो आनद  मिलता है  वो  भगवान की कृपा से कम  नहीं होता है. कन्हैया शर्मा  चेन्नई  [सादुलपुर] 8144218770

शनिवार, 31 मार्च 2012

मानव जीवन का सही उपयोग

जिंदगी मे एक बात हमेशा याद रखना की समय हमेशा एक जैसा नहीं रहता है , इसलिए कभी भी किसी का बुरा करने से पहले ये जरुर सोच लेना की उपर जो सबका विधाता बैठा है वो तुम्हारे द्वारा किया गया हर काम देख रहा है और उसके इन्साफ से आज तक कोई नहीं बच सका है जो जैसा काम करेगा उसे वैसा ही फल मिलेगा . इस इंसानी रुपी शरीर को बेकार के कामो की बजाय किसी की मदद करने मे लगाओ ताकि तुम्हारा मानव जीवन सफल हो जाये .

मंगलवार, 27 मार्च 2012

सफलता का मंत्र...



बुधवार को बोलें यह गणेश मंत्र, निश्चित बढऩे लगेगी आपकी साख व सफलता


किसी भी काम में समर्पण, अनुभव और प्रयोग द्वारा दक्षता या विशेषज्ञता हासिल कर ही कोई व्यक्ति पहचान और प्रतिष्ठा पा सकता है। इस खूबी के बूते ही सफलता के नए-नए मुकाम छूना संभव है। ऐसी विलक्षणता तभी संभव है जब बुद्धि की पवित्रता, मन और विचारों की एकाग्रता बनाए रखी जाए। 

हिन्दू धर्म में ऐसा करने के लिए कर्म का महत्व तो बताया ही गया है, साथ ही धार्मिक उपायों में भगवान गणेश की भक्ति को भी मंगलदायी बताया गया है। श्री गणेश बुद्धि द्वारा सर्वसिद्धि प्रदान करने देवता माने गए हैं। सरल शब्दों में भगवान गणेश की प्रसन्नता इंसान को हुनरमंद बनाने वाली मानी गई है। 

शास्त्रों में श्री गणेश की ऐसी ही कृपा के लिए बुधवार के दिन विशेष मंत्रों से पूजा व स्मरण बहुत ही शुभ माना गया है। जानते हैं ऐसा ही मंत्र व पूजा विधि- 

- बुधवार को सुबह स्नान के बाद भगवान श्रीगणेश की मूर्ति को पंचामृत स्नान कराएं। लाल चंदन, लाल फूल, अक्षत, दूर्वा, सिंदूर चढ़ाकर गुड़ या मिश्री के लड्डू का भोग लगाकर नीचे लिखे गणेश मंत्र का चंदन की माला से कार्य कुशलता व सफलता की कामना के साथ कम से कम ११ बार या अधिक से अधिक जप करें - 

ओंकारसंनिभमिभाननमिन्दुभालं

मुक्ताग्रबिन्दुममलद्युतिमेकदन्तम्।

लम्बोदरं कलचतुर्भुजमादिदेवं

ध्यायेन्महागणपतिं मतिसिद्धिकान्तम्।।

या ऊँ दक्षाय नम: इस छोटे-से मंत्र का भी स्मरण कर सकते हैं। 

- इस मंत्र व पूजा के बाद श्रीगणेश के आरती धूप, दीप से कर विघ्र रक्षा के साथ क्षमाप्रार्थना करें।

नीलकमल वैष्णव"अनिश"

शनिवार, 3 मार्च 2012

थिंक हट के...


कोई रूठे यहाँ तो कौन मनाने आता है 
रूठने वाला खुद ही मान जाता है, 
ऐ अनिश दुनियां भूल जाये कोई गम नहीं 
जब कोई अपना भूल जाये तो रोना आता है...
जब महफ़िल में भी तन्हाई पास हो 
रौशनी में भी अँधेरे का अहसास हो, 
तब किसी कि याद में मुस्कुरा दो 
शायद वो भी आपके इंतजार में उदास हो...
फर्क होता है खुदा और पीर में 
फर्क होता है किस्मत और तक़दीर में 
अगर कुछ चाहो और ना मिले तो 
समझ लेना कि कुछ और अच्छा है हाथो कि लकीर में.
नीलकमल वैष्णव"अनिश"
०९६३०३०३०१०, ०७५६६५४८८०० 

शुक्रवार, 27 जनवरी 2012

बसंत ऋतू की शुभकामनाएं...


आइये कुछ झलकियां तो देख लीजिए मित्र मेरे ब्लाग में बसंत पंचमी की...
"आप सभी को हार्दिक दिल से शुभकामनाएं बसंत पंचमी की"

साभार: गूगल वेब को चित्रों के लिए.

सोमवार, 23 जनवरी 2012

अपना दर्द....


आप सभी मित्रों के लिए पेश है नए साल(2012) का मेरा पहला पोस्ट
जिसमें तो दो अलग-अलग लाइने हैं पर दोनों कविता का अर्थ और दर्द एक ही है,


(१)
मुझे उदास देख कर उसने कहा ;
मेरे होते हुए तुम्हें कोई 
दुःख नहीं दे सकता,


"फिर ऐसा ही हुआ"
ज़िन्दगी में जितने भी दुःख मिले, 
सब उसी ने दिए.....
(२)
वो अक्सर हमसे एक वादा करते हैं कि;
"आपको तो हम अपना बना कर 
ही छोड़ेंगे"
और फिर एक दिन उन्होंने अपना
वादा पूरा कर दिया,


"हमें अपना बनाकर छोड़ दिया..."


नीलकमल वैष्णव"अनिश"